निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद के लिए मारामारी तेज





अनिल स्वामी तथा राजीव शर्मा के द्वारा की जा रही है आला आंकाओं की परिक्रमा
मनस्वी वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम में कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद पाने को लेकर एक बार फिर जोडतोड तेज हो गई है। कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद के दावेदारों के द्वारा इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के आला आंकाओं की परिक्रमा की जा रही है। अभी तक निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद के लिए अनिल स्वामी तथा राजीव शर्मा के द्वारा दावेदारी की चर्चा जोरों पर है। लेकिन पार्टी के एक बडे वर्ग के द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति से पार्षद को निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद पर बैठाए जाने की आवाज उठ रही है। तर्क दिया जा रहा है कि शहर विधायक अतुल गर्ग तथा राज्य सभा सदस्य वैश्य समाज से है,जबकि महापौर आशा शर्मा और साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा ब्राहमण समाज से ताल्लुक रखते है। कहा जा रहा है कि जब बीजेपी में समय समय पर ये पहलू उठता है कि पार्टी समाज के हर वर्ग को एक साथ लेकर चलने की बातें करती है तो समय की आवश्यकता ये है कि अनुसूचित जाति जनजाति से पार्षद को निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद पर सेवा का मौका दिया जाना चाहिए। केवल चंद चहते लोगों को निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद का दायित्व सौंपा जाना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है।  तर्क ये भी उठ रहा है कि यदि ब्राहमण जाति से प्राथमिकता दी जानी है तो सबसे अधिक सीनियर अनिल स्वामी है जो कि छह बार से पार्षद है।